●कोरोना वायरस मुक्ति के लिए सभी सुहागिनों ने ईश्वर से की प्रार्थना
कहलगांव /संवाददाता
बालकृष्ण कुमार
वट सावित्री पूजा को लेकर कहलगांव अनुमंडल के विभिन्न ग्रामीण जैसे, सनहौला, ननोखर, बोडापाठकडीह, सिलहन खजुरिया, बेलडीहा, धुआवै, सनोखर, में गुरुवार को सुहागिन महिलाऐं सुबह से ही काफ़ी खुश नजर आयी।
गांव के बाहर लगे बरगद पेड़ के नीचे बडे ही भक्तिभाव से वट सावित्री की पूजा अर्चना की गई। सभी सुहागिनों ने अपने पति की लंबी उम्र की कामना की साथ ही सुहागिनों ने वट सावित्री के दौरान इस बार विशेष रूप ईश्वर से प्रार्थना की भगवान देश में फैले कोरोना वायरस जैसे भयंकर बीमारी से पूरे भारत देश वासियों को मुक्त कर दे ताकि देश में सभी लोग सुख चैन की जिंदगी गुजर बसर कर सकें।
पूरे परिवार एवं संतान की सुख की प्राप्ति के लिए भी सुहागिन महिलाओं ने भगवान से प्रार्थना की। इस दौरान पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में वट सावित्री पूजा को लेकर महिला काफी खुश दिखी कुछ गरीब महिला को थोड़ा बहुत परेशानी भी देखने को मिला लांकडान के कारण उनके पति को काम नहीं मिलने के कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।
फिर भी वट सावित्री पूजा किया। इस बार सबसे ज्यादा नई नवेल दुल्हनिया ने वट सावित्री पूजा की अपने पति को चरण स्पर्श कर पति से आशिर्वाद लिया हिन्दू धर्म मे वट-सावित्री व्रत का विशेष महत्व है. इस व्रत को महिलाएँ बहुत श्रद्धापूर्वक करती है. यह पर्व प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु के लिए करती है. इस व्रत का संवंध सावित्री देवी से है. पौराणिक कथा के अनुसार सावित्री देवी ने अपने पति सत्यवान की आत्मा को अपने तपोबल से यमराज से वापस ले लिया था।
यह घटना ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को हुई थी इसीलिए सभी सुहागिन महिलाएं आज के दिन प्रत्येक वर्ष वट-सावित्री का व्रत करती है।
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