महागमा प्रखंड के मनरेगा योजना में काम कर रहा था दूसरे प्रखंड के मजदूर, शिकायत के बाद जांच के लिए पहुंचे प्रमुख


गोड्डा: महागामा प्रखंड मुख्यालय स्थित सरोतिया पंचायत के शेखूचक गांव में मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों में स्थानीय मजदूर को काम ना देकर मेहरमा प्रखंड के मजदूरों से काम कराया जा रहा हैं। स्थानीय मजदूरों ने इसकी शिकायत प्रखण्ड स्तरीय सभी पदाधिकारियों से की हैं। 

साथ ही साथ महागामा प्रमुख को भी आवेदन देकर मामले से अवगत कराया था। इसी कड़ी में महागामा प्रमुख अफसाना बानो ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों की स्थल जांच के लिए निकल पड़े। स्थानीय मजदूरों का साफ कहना हैं कि यहां के मजदूरों से काम नही कराया जा रहा हैं।
 जितनी भी योजनाएं चल रही हैं सभी योजनाओं में मेहरमा प्रखंड के मजदूरों से काम कराया जा रहा हैं। इधर महागामा प्रमुख अफसाना बानो द्वारा मिली शिकायत के आलोक में शेखूचक गांव पहुंची और स्थानीय मजदूर एवं योजना स्थल का निरीक्षण किया।

 साथ ही बीपीओ पर खूब बरसे, और कहा कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के नियमानुसार ये बिल्कुल गलत हैं, प्रमुख अफसाना बानो ने कहा कि इस समस्या को लेकर उप विकास आयुक्त को सूचित करूंगी, इसमे जो जो लोग सम्मिलित होंगे सभी के ऊपर कारवाई निश्चित रूप से होगी। 

मिली जानकारी के अनुसार सरोतिया पंचायत के शेखूचक गांव में मनरेगा योजना के तहत इमली पोखर की खुदाई एवं सिद्दीक के जमीन पर पोखर का जीर्णोद्धार योजना में स्थानीय मजदूर को काम नही दिया गया हैं, जबकि इनके बदले में मेहरमा प्रखंड के मजदूरों से काम कराया गया हैं। और यहां के मजदूरों को काम नही देकर कोसों दूर रखा जा रहा हैं।

 स्थानीय मजदूर सुलेमान, लुकमान, खुर्शीद आलम, सलामत, कमरुजमा, मकसूद, समीर, फैजुद्दीन, सत्तार, करीम, सहुल, नजीर, रुस्तम, इस्लाम, मुस्लिम, तमिजुद्दीन एवं गफ्फार आलम ने बताया कि हमलोगों को काम ना देकर  मेहरमा प्रखंड के मजदूरों को मंगवा कर काम करा लिया जाता हैं, और यहां के मजदूरों को वंचित कर रहा हैं। सभी की मिलीभगत हैं, मुखिया कहते है, हमारे खिलाफ जितना बोलोगे या कहीं शिकायत करोगे तो काम तो बिल्कुल नही मिलने वाला हैं। 

मेहरमा के मजदूर कम राशि लेकर ही काम कर देते हैं जिससे कि काम कराने वाले को पैसों की भी बचत हो जाती हैं, साथ ही साथ अगर एक योजना में 13 मजदूर काम कर रहे हैं तो 30 से 40 मजदूरों का डिमांड दिया जाता हैं और राशि उठायी जाती हैं। इसमे मुखिया, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक सभी की मिलीभगत हैं। ये लोग नही चाहते हैं कि स्थानीय मजदूर काम करे। इधर महागामा प्रमुख अफसाना बानो ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक मामला हैं। 

स्थानीय मजदूर के बजाय दूसरे प्रखंड के मजदूरों को बुला कर काम करवाया जाता हैं। फिलहाल काम को बंद करवा दी गई हैं। इसमे सम्मिलित सभी लोगो के ऊपर निश्चित रूप से कारवाई की जाएगी। स्थानीय मुखिया हबीब आलम की भूमिका पर भी स्थानीय मजदूरों ने सवाल खड़ा किया हैं, दिन प्रतिदिन शिकायतकर्ता मजदूरों को धमकियां दी जा रही हैं। 


जाहिर सी बात हैं क्यों नही मजदूर आप से काम मांगे, उनका हक हैं पंचायत के अंतर्गत चलने वाले हर एक योजना में, लेकिन आप दूसरे प्रखंड के मजदूरों को बुला कर काम नही करवा सकते। बीपीओ को भी कड़ी फटकार लगाई गई हैं। हर हाल में ऐसी हरकत करने वालों के ऊपर कारवाई होगी,इसके लिए उप विकास आयुक्त को पत्र लिख चुके हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट: जावेद अख्तर


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