कहलगांव : वैश्विक महामारी कोरोनावायरस का असर इस वर्ष विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले पर भी व्यापक रूप से पड़ा! श्रावण के पवित्र माह में प्रत्येक वर्ष लाखों कांवरिया प्रतिदिन बाबा अजगैबीनाथ सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा तट से अपने कांवर में गंगा जल भर कर झारखंड स्थित बाबा बैद्यनाथ को जलार्पण हेतु पैदल प्रस्थान करते थे!
परंतु इस वर्ष वैश्विक संक्रमण कोरोनावायरस की विषम परिस्थिति में सरकार द्वारा संक्रमण से बचाव हेतु विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ - साथ विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले पर भी रोक लगा दी गई! पिछले 21 वर्षों से लगातार कांवर यात्रा करने वाले प्रखंड के सनोखर बाजार निवासी जगत नारायण सिंह और उनकी पत्नी चंदा रानी सिन्हा ने कहा कि बाबा की कृपा से वर्तमान समय में परिवार के सभी सदस्य खुश है!
बाबा की कृपा से ही बड़े बेटे और एकमात्र बेटी की सरकारी नौकरी लग गई और पिछले वर्ष बेटी की शादी भी हो गई! उन्होंने कहा कि पिछले 21 वर्षों में पहली बार कांवर यात्रा किए बिना सावन बीत रहा है! इस वर्ष सावन अधूरा सा लगता है! उन्होंने कहा कि बाबा बैद्यनाथ की कृपा से जल्द ही हम सभी कोरोना से मुक्त होंगे!
सनोखर बाजार के ही ललन महतो, सुशील महतो, निक्कू महतो, अरुण सिंह, राजकिशोर मालाकार, आकाश गुप्ता, आशीष महतो, अमित गुप्ता, सुबोध पांडे, मंटू महतो, कृत्यानंद सिंह, रामप्रसाद शर्मा, शिवांशु शर्मा, अमन कुमार, अर्जुन केशरी के साथ सैकड़ों भक्त प्रत्येक वर्ष बाबाधाम जाते थे , लेकिन इस वर्ष सभी अपने-अपने घरों से ही बाबा से प्रार्थना करते हुए कहते हैं कि बाबा भोलेनाथ की कृपा से जल्द ही हमें महामारी से निजात मिलेगी! बातचीत के दौरान अर्जुन केशरी ने कहा कि बाबाधाम की कांवर यात्रा का इंतजार!
वर्ष से सभी श्रद्धालुओं को रहता है और इस वर्ष बोलबम नहीं जाने से सभी श्रद्धालुओं का मन कचोट रहा है! उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षों के बोलबम यात्रा के दौरान बिताए गए सुनहरे पलों को याद करते हुए इस वर्ष श्रावण मास बिता! इस वर्ष कांवर यात्रा नहीं होने से सनोखर क्षेत्र के श्रद्धालुओं में विशेष रुप से निराशा है! विदित हो कि श्रावण मास में सनोखर क्षेत्र के लोग कई जत्थों में प्रत्येक वर्ष बोलबम की यात्रा पर निकलते हैं!
- बालकृष्ण कुमार, उजागर मीडिया ब्यूरो, कहलगांव!


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