- विभागीय उदासीनता के कारण बिजली की व्यवस्था ठप्प
- बिजली नहीं होने से सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना ध्वस्त
- भीषण गर्मी में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए हाहाकार
कहलगांव : सनोखर क्षेत्र के कई गांवों में बिजली की व्यवस्था बिल्कुल ठप्प होने के कारण रविवार को भीषण गर्मी के मौसम में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना पूरी तरह फेल हो गई, जिसके कारण सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच गया! भीषण गर्मी में लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटकने लगे!
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली नहीं रहने के कारण वृद्धजनों और मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है! बिजली की समस्या के कारण छात्रों की पढ़ाई पर भी विपरीत असर पड़ता है! ग्रामीण क्षेत्रों के आक्रोशित लोगों ने कहा कि बिजली विभाग की उदासीनता के कारण अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या रहती है! बिजली विभाग के अधिकारी कभी फाल्ट तो कभी शटडाउन का बहाना बनाकर बिजली नहीं होने का रोना रोते हैं! रविवार को क्षेत्र के लोगों ने बिजली की समस्या को लेकर जब बिजली विभाग के जेईई अमित कुमार से फोन पर जानकारी लेना चाहा, तो उन्होंने अपना फोन रिसीव करना भी मुनासिब नहीं समझा!
वहीं बिजली विभाग के एसडीओ का मोबाइल स्विच ऑफ बताया गया! ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है! लोगों का कहना है कि एनटीपीसी के इतने पास होते हुए भी बिजली का नहीं होना चिराग तले अंधेरा कहावत चरितार्थ होने के समान है! लोगों ने कहा कि पूर्व में बिजली की समस्या होने पर बिजली विभाग के अधिकारी और मिस्त्री कवर वायर लगने के बाद समस्या समाप्त होने का हवाला देते थे! जबकि कभर वायर लगने के बाद भी बिजली की व्यवस्था जस की तस बनी हुई है!
लोगों ने कहा कि पिछले 6 महीने के दौरान लॉकडाउन और लगातार बिजली की आंख मिचौली के कारण बिजली विभाग को 6 माह का बिजली बिल माफ करना होगा , अन्यथा बिजली विभाग के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा! आक्रोशित लोगों ने एक सुर में बिजली नहीं तो बिल नहीं का आवाज बुलंद किया!
- बालकृष्ण कुमार, उजागर मीडिया ब्यूरो, कहलगांव!

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