नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव का आज एलान हो सकता है। चुनाव आयोग ने आज साढ़े बारह बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। अनुमान लगाया जा रहा है प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही बिहार विधानसभा के साथ साथ एक लोकसभा एवं पूरे देशभर के 64 विधानसभा उप चुनाव की घोषणा कर सकती है।
सभी राजनीतिक दलों के साथ बिहार की जनता भी इस लोकतंत्र के महापर्व की घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रही है वैसे वैसे राजनीतिक दलों के साथ जनता की भी धड़कने तेज होती जा रही है। बता दें कि हाल में बिहार में करीब सात करोड़ उनतालीस लाख वोटर है। वही इस कड़ी में चुनाव आयोग को बिहार में चुनाव कराना चुनौती से कम नही है।
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि अक्टूबर के आखिरी सफ्ताह से लेकर 29 नवम्बर तक बिहार चुनाव समेत उपचुनाव करा लिए जाएंगे।
चुनाव आयोग आमतौर पर चुनाव वाले राज्य के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले वहां की पुलिस, नागरिक प्रशासन के अधिकारियों एवं राजनीतिक दलों के साथ चर्चा करने के लिए प्रदेश का दौरा करता है। आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं। ऐसे में चुनाव आयोग के दौरे के बाद ये तय होगा कि बिहार में चुनाव की तिथि क्या होगी।
बिहार चुनाव के साथ होंगे देशभर में 64 विधानसभा सीटों व एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव
बता दें कि चुनाव आयोग ने इससे पहले साफ कर दिया कि बिहार में विधानसभा चुनाव 29 नवंबर से पहले संपन्न हो जाएंगे। बिहार विधानसभा के चुनाव के साथ-साथ 65 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे। दरअसल, देश की एक लोकसभा और 64 विधानसभा सीटें रिक्त हैं। इन पर उपचुनाव को लेकर आज चुनाव आयोग की ओर से घोषणा हो सकती है।
निर्वाचन आयोग ने तय किया गया कि विधानसभा चुनाव के साथ-साथ ही खाली सीटों पर उपचुनाव भी करा दिए जाएं। आयोग के मुताबिक, बिहार में नई विधान का गठन 29 नवंबर से पहले हो जाना है, लिहाजा उसी के मुताबिक विधानसभा चुनाव पूरे होने हैं। ऐसे में रिक्त हुई सीटों पर उपचुनाव भी बिहार विधानसभा के साथ ही होंगे।
तीन चरणों में हो सकती है वोटिंग
बिहार में मतदान तीन चरणों में हो सकते हैं, क्योंकि कुछ इलाके बाढ़ प्रभावित हैं। लिहाजा उन इलाकों में सबसे आखिर में मतदान कराने की योजना पर काम चल रहा है। 15 नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेने की योजना है। उम्मीद है कि दशहरा और दिवाली के बीच के 20 दिनों के दौरान मतदान और मतगणना हो जाए, ताकि दिवाली से पहले सारा काम निपट जाए और चुनावी प्रक्रिया में लगे कर्मचारी और अधिकारी दिवाली मना सकें।
- न्यू दिल्ली।
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