हनवारा : महागामा प्रखंड अंतर्गत स्थित +2 उच्च विद्यालय हनवारा में 72वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। प्रातः 9:30 बजे विद्यालय के प्रधानाध्यापक असलम आज़ाद के हाथों ध्वजारोहण किया गया और तिरंगे को सलामी दी गई।
ध्वजारोहण के बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक असलम आजाद ने अपने संबोधन में संविधान के महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि भारत को आजादी मिलने के बाद 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान प्रभावी हुआ और इसी के बाद से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है।
इस साल हम 72वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, बता दें कि 26 जनवरी, 1950 को 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया तो वहीं भारतीय संविधान का निर्माण होने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाऊस में 26 जनवरी, 1950 को देश के पहले राष्ट्रपति के तौर शपथ ली थी।
आपको जानकर गर्व महसूस होगा कि पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड साल 1955 में दिल्ली के राजपथ पर आयोजित हुई थी। इस दिन देश के राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। इसके साथ ही इस दिन परमवीर चक्र, वीर चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र जैसे तमाम अवॉर्ड्स दिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हमें अपने देश और अपने देश के संविधान पर गर्व है कि हमें इस संविधान के जरिए अनेक प्रकार के अधिकार प्रदान किए गए हैं. हम सब को अपने देश की निरंतर उन्नती की कामना करनी चाहिए।
इस के बाद विद्यालय के शिक्षक श्री धीरज कुमार साह ने भी संविधान के एतिहासिक तथ्यों को सबके सामने रखा. उन्होंने कहा कि इस बार हमारा गणतंत्र दिवस कई मायनों में एतिहासिक है. इस बार कोविड-19 के कारण हम किसी भी तरह के आयोजन में भी सक्षम नहीं हैं।
हमें और पूरे देश वासियों को इस महामारी का अनंत साहस के साथ लड़ना है और बीमारी को हराना है। विद्यालय प्रांगन में कोविड - 19 के सरकारी दिशा निर्देशों का पालन किया गया और निर्देशानुसार ही गणतंत्र दिवस मनाया गया। ध्वजारोहण के अवसर पर विद्यालय के शिक्षक सुशील कुमार गुप्ता, दिलीप रविदास, जितेन्द्र कुमार सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।

0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें