आतुर मामला हसन करहरिया पंचायत की है जहां चमरिया पोखर के निकट राजनीतिक पार्टी के एक नेता के निजी जमीन पर तालाब की खुदाई की गई है लेकिन उस तालाब के पिंड को गांव के ही एक दबंग व्यक्ति जो महागामा अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत है।
जिसके द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का उठाव कर बिक्री कर रहा है। वही ग्रामीणों ने बताया है कि पर एक ट्रैक्टर 200 रुपये में मिट्टी बेचा जा रहा है जिससे लाखों की आमदनी कमा रह है। लेकिन पिंड से मिट्टी का नियमित रूप से उठाव होने के कारण तालाब का अस्तित्व पूरी तरह से समाप्त हो रहा है।
तालाब के पिंड से मिट्टी का उठाव होने से पानी का ठहराव नहीं होगा जिससे कृषि कार्य प्रभावित होंगा और ना ही फसल का पटवन हो पाएगा जबकि तालाब की खुदाई कृषि कार्य के लिए की गई थी।इस दौरान आसपास के किसानों की सहमति भी ली गई थी। तालाब से सैकड़ों एकड़ जमीन का पटवन होता है।पानी की व्यवस्था होने से किसान बहू फसली पैदावार की उगाई करते हैं।
इस तरफ मिट्टी माफिया दिन के उजाले में कार्य को अंजाम दे रहा हैं लेकिन प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। दबंग व्यक्ति होने के कारण कोई इसका विरोध भी नहीं कर रहा है जिसके कारण मनमर्जी से मिट्टी का उठाव कर रहा है।ग्रामीणों ने उपायुक्त भोर सिंह यादव जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहते हैं मुखिया- मुखिया मोहम्मद इकराम मुल हक ने कहा कि तलाब किसानों के खेत में लगे फसल पटवन के लिए होता है अगर तालाब के पिंड की मिट्टी उठा ली जाए तो तलाब का अस्तित्व समाप्त हो जाता है चुकी पिंड को काट लेने से उसमें पानी का ठहराव नहीं होगा इसलिए जो व्यक्ति मिट्टी का उठाव किया है वह बिल्कुल गलत है उसके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।
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