●फिर से वर्तमान मुखिया पर भरोसा
कहलगांव: पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट होने लगी है, यही वजह है कि पंचायत के जनप्रतिनिधि के अंदर हलचल मचने लगी है। चुनाव अक्टूबर महीने में होने की संभावना है, जिसको लेकर जिला स्तर से तैयारी भी शुरू जिला प्रशासन ने कर दी है।
ऐसे में कुछ जनप्रतिनिधि जो अपने क्षेत्र के लोगों से करीब से जुड़कर क्षेत्र का विकास किया वह अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं तो कुछ ऐसे भी जनप्रतिनिधि हैं ,जिन्होंने जनता से झूठा वादा किया और काम धरातल पर कुछ भी नहीं किया।
ऐसे जनप्रतिनिधि फिर से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं और जाति, धर्म, टोला ,आधारित वोट को बांट कर अपनी जीत को सुनिश्चित करना चाहते हैं। और कई ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिनके काम को पंचायत के लोगों ने देखा है और खूब तारीफ कर रहें है ।
उसी में से भागलपुर जिला के सनहौला प्रखंड के सिलहन खजुरिया पंचायत के मुखिया सुभाषचंद्र भगत है। सुभाष चंद्र भगत ने अपने पंचायत में दर्जनों योजनाओं को धरातल पर उतारकर पंचायत के लोगों को लाभान्वित किया है ।
यही वजह है कि लोग इस बार पुनः वर्तमान मुखिया पर ही भरोसा जता रहे हैं । पंचायत के मुखिया सुभाष चंद्र भगत जब निर्वाचित हुए तो पंचायत में दर्जनों ऐसी सड़कें जर्जर अवस्था में थी। पंचायत के जरूरतमंद लोगों को शौचालय नहीं था वैसे लोगों को शौचालय दिलवाया ।
सही लोगों को इंदिरा आवास और राशन कार्ड मुहैया कराया । निर्वाचित होने के बाद मुखिया सुभाष चंद्र भगत ने अपने पंचायत में अलग-अलग योजना से करीब 50 सड़क का निर्माण कराया।
पंचायत में नये सड़क का निर्माण 50, जल जीवन हरियाली योजना के तहत मनरेगा से कई नए तालाब तो कई पुराने तलाव का सफाई करवाया गया, पंचायत में एक तालाब में सीढ़ी घाट का निर्माण कराया जिससे कि तालाब में स्नान करने और छठ पूजा के दौरान छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो उस को ध्यान में रखा गया।
दर्जनों तालाब को अतिक्रमण मुक्त करवाया । हर घर नल जल योजना से पंचायत में कुल 12 वार्ड में 15 जगह टंकी का निर्माण कराया है। लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत पूरे पंचायत में 30 नये नाला का निर्माण किया । पंचायत में कुल 275 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाया।
पंचायत में 1000 राशन कार्ड बना कर दिया । गरीब और निशक्त परिवार के लड़कियों के अपने राशि से शादी करवाया । इसके अलावा पंचायत में चलने वाले सभी योजनाओं का 60% से अधिक काम करवाया । जिस कारण पंचायत में विकास कार्य दिखाई पड़ रहा है ।
सिलहन खजुरिया पंचायत पंचायत के निवासी इन्द्रदेव पासवान, सुरेश पासवान, सुरेश मंडल, पप्पू साह, आलम ठाकुर, प्रसादी दास राजकुमार मंडल बिनोद कुमार, संतोष मोनू सिंघेश्वर देवेंद्र सहित दर्जनों की संख्या में लोगों का कहना है कि वर्तमान के मुखिया ने जो कार्य किया है।
उससे पंचायत में लोगों को सुविधा मिली है लोग योजनाओं का लाभ भी उठा रहे हैं चुनाव में इस बार कोई बदलाव नहीं होने वाला है वर्तमान मुखिया विकास कार्य के अलावा अपने स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं वह सहज अंदाज में लोगों से बात करते हैं किसी भी समस्या का समाधान बिना पक्षपात करते हुए करते हैं इसलिए कोई बदलाव नहीं होगा।
लोगों का कहना है कि मुखिया ऐसा व्यक्ति है , जिसने न सिर्फ अपनी लगन, मेहनत, कर्मठता और मृदुभाषी स्वभाव के चलते सिलहन खजुरिया पंचायत के आम जनमानस में अपनी गहरी पैठ बनाई, बल्कि राजनीति का मतलब भी बदला।
ग्रामीण परिवेश में जहां राजनीति का मतलब सिर्फ लठैती समझा जाता है, वहां पर विकास कार्यों में तेजी से विकास भी किया है जिसके चलते यहां के जनता ने सर-आंखों पर बैठाकर पंचायत की कमान उसके कंधों पर डाल दी है ।
सुभाष चंद्र भगत ने प्रारंभिक शिक्षा बलबबडा के हाईस्कूल से प्राप्त करने के बाद भागलपुर तिलकामांझी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया छात्र जीवन से ही भ्रष्टाचार सरीखे ज्वलंत मुद्दे के विरोध में मुखर रहने वाले सुभाष चंद्र भगत ने राजनीति में कदम रखकर इस बुराई को खत्म करने का संकल्प लिया ।
सुभाष चंद्र भगत ने वैसे तो अपना राजनीतिक सफर छात्र जीवन से ही शुरू कर दिया। छात्रों के हितों को लेकर आंदोलन करते रहे । उनके इस जोश और जनहित के मुद्दों के प्रति समर्पण को देखते हुए स्थानीय लोगों ने ग्राम पंचायत की कमान उनके कंधे पर डालने का फैसला किया।
नतीजा यह हुआ कि सुभाष चंद्र भगत 2001 में सिलहन खजुरिया पंचायत मुखिया बने। चुनाव जीतने के बाद सनहौला प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष भी चुने गए,जबकि उनके सामने कई बड़े कद्वावर और राजनैतिक धुरंधर सामने थे।
ग्रामीण राजनीति में किसी की यह एक बड़ी पकड़ थी. पंचायत की जिम्मेदारी के साथ-साथ क्षेत्रीय राजनीति में भी पूरी तरह सक्रिय रहे और समाज सेवा में जुटे रहे. मुखिया सुभाष चंद्र भगत ने अपने कार्यकाल के दौरान जो विकास की धारा पंचायत स्तर पर बहाई है, वह किसी भी स्थापित राजनेता के लिए अपने आप में अनुकरणीय उदाहरण है।
विकास कार्यों के प्रति उनका यह जुनून है, 25 वर्षों से राजनीति से जुड़े रहे हैं, उनका राजनीति जुड़ाव एक समय सभी पार्टियों के साथ थे अभी वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के साथ है आज सुभाष चंद्र भगत भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ और जुझारु नेता के रूप में जाने जाते हैं।
सुभाष चंद्र भगत ने बताया कि जब समाज ने पंचायत की जिम्मेदारी मेरे कंधे पर रखी, तब से लेकर आज तक क्षेत्र के विकास को लेकर मैंने कभी कोई समझौता नहीं किया।
दर्जनों गरीब लड़कीयो की शादी अपना नीजी पैसे से कराया, निर्धन और बेसहारा लोगों को कभी भूखे नहीं सोने देते हैं, जात पात की राजनीति आज तक मैने जिंदगी में नहीं किया और नहीं करूंगा अमीर गरीब से कंधे से कंधा मिलाकर क्षेत्र को एक नई पहचान दिलाने में पूरी तरह तैयार हूँ ने सिलहन खजुरिया पंचायत के सभी जनता ने मुखिया द्वारा कराए गए।
कार्यों की सराहना करते हुए कहा था कि अगर समाज में ऐसी सोच रखने वाले युवा नेता मौजूद हैं तो समाज को विकास की ऊंचाई पर ले जाने से कोई नहीं रोक सकता ।
-ब्यूरो रिपोर्ट:-बालकृष्ण कुमार
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