पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से फल फूल रहा कोयला डिपो का अवैध कारोबार

●कोयला लदे ओभर लोड ट्रैक्टर की बजह से ग्रामीण सड़कों की स्थिति खराब। 

●शाम होते ही बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ आसपास के लोगों को जीना हुआ हराम। 

न्यूज डेस्क: बिहार में अवैध रूप से बालू खनन पर रोक लगने के साथ ही पुलिस की अवैध कमाई पर भी लगाम लग गया है। लेकिन अब भी पुलिस अपने अवैध कमाई को लेकर तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं
उसी में से एक तरीका है काले सोने का कारोबार । काला सोना का कारोबार आजकल भागलपुर जिले के कहलगांव अनुमंडल क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। 

 दरअसल कहलगांव अनुमंडल का सनोखर थाना और सनहौला थाना झारखंड से सटे होने के कारण यहां आसानी से काला सोना प्रवेश कर जाता है और इससे पुलिस को कमाई भी हो जाती है । यह कारनामा केवल बिहार पुलिस नहीं इसमें झारखंड पुलिस का भी साथ होता है सनोखर थाना और सनहौला थाना क्षेत्र झारखंड के गोड्डा जिले के महागामा थाना क्षेत्र से सटा हुआ है ।

काला सोना का कारोबार यानी कोयले का अवैध  कारोबार मैं झारखंड पुलिस का भरपूर सहयोग होने की वजह से रोजाना बिहार में हजारों साइकिल थ्री व्हीलर और टू व्हीलर से कोयला लदे गाड़ियां प्रवेश करती है और इन सभी कोयला को एक जगह डंप किया जाता है और वहां से पिक अप में भरकर अन्य जगह भेज दिया जाता है।

 इस कारोबार में कई दफा दो गुटों के बीच झड़प भी हुई है और यह सब पुलिस की जानकारी में होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है । सनोखर और सनहौला थाना पुलिस को इससे गाड़ी कमाई हो रही है यही वजह है कि इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है । 
बता दें कि इन दीनों कोयला संकट के वजह से निर्वाध बिजली की समस्या उत्पन्न हो गई है। लगातार टीवी चैनल और सोशल मीडिया पर लगातार खबर दिखाया जा रहा है कि भारत में एक दिन विधुत आपूर्ति ठप होगी।

 इसके बावजूद यहां के जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन कोयले का अवैध कारोबार रोकने में विफल  हो रहा है । क्षेत्र में पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन की ड्यूटी इसलिए लगाई जाती है कि सरकारी संपत्ति की सुरक्षा करें। 

झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री मंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी  को बार बार सख्त निर्देश दे रहे हैं कि राज्य में किसी भी तरह की हत्या चोरी डकैती भ्रष्टाचार एवं अवैध कारोबार को बढ़ावा ना दे और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा की करें।

 ताकि झारखंड राज्य में राजस्व की प्राप्ति ज्यादा हो यहां अर्थव्यवस्था मजबूत रहे लेकिन  झारखंड के गोड्डा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश का खुलेआम धज्जियाँ उडायी जा रही है। 

झारखंड के ललमटिया कोयला खदान से झारखंड पुलिस के मिलिभगत से कोयला माफिया प्रत्येक दिन लाखों रुपये की कोयला चोरी कर सैकड़ों ठेला गाड़ी एवं अन्य माध्यम से ललमटिया कोयला खदान से दिन के उजाले में ही ललमटिया थाना, महागामा थाना के सामने से ही बिहार झारखंड सीमा क्षेत्र के स्थित सनोखर थाना क्षेत्र के साहुपाडा गांव में संचालित अवैध कोयला डिपू में पहुंचाया जाता है।

 कोयला माफिया माला माल हो रहा है। भागलपुर जिला के एएसपी निर्देश पर बिहार झारखंड सीमा क्षेत्र के साहुपाड़ा चेक पोस्ट बनाया गया ताकि कोई भी दारू माफिया एवं अवैध धंधे बाज बिहार में प्रवेश नहीं कर सके इसके लिए चेक पोस्ट पर दिन रात पुलिस की तैनाती रहती है।

 लेकिन पुलिस के आंख के सामने ही साहुपाड़ा गांव में संचालित कोयला डिपू से दर्जनों ठेला एवं ट्रैक्टर पर कोयला लादकर कर बिना माईनिंग चलान के ही पास किया जाता है और बिहार में संचालित ईट भट्टा में कोयला को पहुचाय जाता है।

 इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से साहुपाडा गांव के मध्य विद्यालय के नजदीक, चौबे जी घर के बगल सडक किनारे अवैध कोयला डिपो संचालित हो रहा । सूत्रों की माने तो इन अवैध कोयला डिपो के संचालक का सांठगांठ  पुलिस पदाधिकारी तक बना हुआ जिसके कारण कोयला कारोबारीयो का हौसला बुलंद रहता है। 


साहुपाड़ा गांव के ग्रामीणों ने दबी जुबान से कहा कि शाम होते ही घर के बच्चे पढ़ नहीं सकतें हैं क्योंकि जब ट्रैक्टर पर कोयला लोड करता है तो काफी तेज आवाज होता है और यह शिल शिला रातभर चलते रहता है जिससे बच्चे की पढ़ाई के साथ-साथ हमलोगों का नीद भी हराम हो जाता है।

 इसकी जानकारी कई बार सनोखर थाना पुलिस को दिया भी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई क्योंकि कोयला कारोबारियों से पुलिस बाला पैसा वसूली करता है साथ ही ओभर लोड ट्रैक्टर चलने की बजह से साहुपाडा गांव की ग्रामीणों सडकों की हालत काफी खराब हो गया है।

 ग्रामीणों ने कहा कि हमलोग के बच्चे की भविष्य पढ़ाई की बजह से खराब हो रहा है तेज आवाज की बजह से रात में नींद नहीं ले सकते हैं इसलिए इसकी शिकायत भागलपुर डीआईजी से करेगें।
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