हनवारा : महागामा प्रखंड अंतर्गत उर्दू मध्य विद्यालय परसा बालक में विद्यालय के शिक्षक मानिक मुर्मू एवं अबरार अहमद के सेवानिवृत्त होने के उपरांत विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन मु० कासिम प्रधानाध्यापक उच्च विद्यालय परसा के अध्यक्षता में किया गया। आयोजित विदाई समारोह में गांव के कई गणमान्य व्यक्तियों के साथ विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य गण एवं विद्यालय परिवार के लोग उपस्थित हुए ।
मंच का संचालन संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक एवं समाजसेवी मोहम्मद सुलेमान जहांगीर आजाद कर रहे थे। प्रधानाध्यापक मु० कासिम ने कहा कि जहाँ भी जाएगा रोशनी फैलाएगा,किसी चिराग का अपना मकां नहीं होता,कहा जीवन में सही रास्ता चुनने के लिये शिक्षक को भगवान द्वारा धरती पर भेजा जाता है साथ ही साथ बुरी परिस्थिति में सही फैसला करने में उन्हें सक्षम बनाता है।
शिक्षक बच्चों को उनके बचपन से ही नेतृत्व करते हैं और उन्हें मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रुप से काबिल बनाते हैं। शिक्षक किसी सामान्य व्यक्ति की तरह होते हैं इसी कारण से भारतवर्ष के विविध संस्कृतियों में शिक्षक का सर्वत्र सम्मान है। शिक्षक समाज के नौनिहालों को राष्ट्रहित में वैसे ही निखारते हैं जैसे एक कुम्हार कच्चे मिट्टी से घड़े को।
इस अवसर पर विदाई समारोह को मुख्य अतिथि मु० सज्जाद अहमद फैज जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय शिक्षक संघ गोड्डा इकाई के अलावे कई शिक्षकों ने भी संबोधित किया। सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षिक ने अपने संबोधन में कहा कि कहा कि शिक्षाविदों की धरती परसा में यहां के लोगों से मुझे आगाद्ध प्रेम एवं स्नेह मिला जिसे में कभी भुला नहीं सकता।
सेवानिवृत्त होने के उपरांत भी मैं गरीब एवं वंचित समाज के बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा दान का सतत प्रयास करता रहूँगा। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरशद हुसैन, अध्यक्ष मैमुना खातून, उपाध्यक्ष अफसाना खातून ने पुष्प एवं शाँल तथा अंग वस्त्र के साथ दोनो शिक्षकों को सम्मानित किया।
इस दौरान महागामा प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार, मुजफ्फर हुसैन,तहुर आलम पूर्व प्रधानाध्यपक, सीआरपी अजीज अख्तर,समारोह को सफल बनाने में तहसीन सरवर, अब्दुल रज्जाक,बलराम मंडल,संजय कुमार, असलम परवेज, जुम्मन,मिथलेश आदि की भूमिका रही।
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