संयोजिका ने लगाया एमडीएम चावल व राशि गमन का आरोप.....


महागामा: महागमा प्रखण्ड अंतर्गत मदरसा बैतूल उलूम भैरोचक में प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व सचिव के मिलीभगत से एमडीएम की राशि और चावल गबन का मामला प्रकाश में आया है।

संयोजिका सच्ची खातून के साथ साथ बच्चे के अभिभावकों ने मदरसा के अध्यक्ष मु०खुर्शीद और सचिव अब्दुर रसीद पर दबंगई करते हुए एमडीएम राशि व चावल गबन का आरोप लगाया है।

 जिसको लेकर प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी महागामा से लिखित शिकायत भी किया है, आवेदन की प्रति उपायुक्त गोड्डा, जिला शिक्षा अधीक्षक गोड्डा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी गोड्डा को भी सौंपा है। लिखित आवेदन में कहा गया है कि मदरसा बैतूल उलूम भैरोचक में जब से मु०अब्दुर रशीद सचिव बने हैं तब से इन मदरसा में एमडीएम की राशि और चावल का वितरण छात्रों के बीच सही ढंग से नहीं हो रहा है।

 इनलोगों के द्वारा दंबगई करते हुए एमडीएम का चावल मदरसा में नहीं रख कर अध्यक्ष अपने घर पर स्थित पोलटी फॉर्म में रखते हैं। जबकि चावल रखने के लिए मदरसे में बहुत सारे कमरे बने हुए हैं।चूँकि अध्यक्ष मु०खुर्शीद पोल्ट्री फार्म भी चलाते हैं और एमडीएम का चावल को मुर्गी के दाने के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं।

सचिव मु०अब्दुर रशीद और अध्यक्ष मु०खुर्शीद के द्वारा संयोजिका सच्ची खातून को बहकाबे में डालकर रुपये की निकासी कर लेते हैं।जब संयोजिका सच्ची खातून के द्वारा अध्यक्ष और सचिव से हिसाब मांगते हैं तो संयोजिका को धमकी भरे लहजे में कहते हैं अगर तुम एमडीएम का चावल और राशि का हिसाब लेगी तो तुम्हे अपने पद से हटा देंगे और किसी केस में फंसा देंगे।

वर्ष 2019 में सचिव और अध्यक्ष ने संयोजिका सच्ची खातून को मदरसा बुलाया और एमडीएम की पैसठ हजार (65000) रुपया राशि निकालने के लिए ग्रामीण बैंक नारायणी चलने को कहा तो संयोजिका ने पूछा कि इतना रुपया क्यों निकाल रहे हैं।जबकि मदरसा में दैनिक उपस्थिति 20 से 25 छात्र का ही होता है तो इतना रुपया क्यों निकलना चाहते हैं तो सचिव बोले कि रुपया निकासी करके मदरसा में एक कमरा बनाना बहुत जरूरी है।

अगर कमरा नही बना तो मदरसा रदद् कर देगा और मदरसा हमेशा हमेश के लिए बंद हो जायेगा। जिसके बाद संयोजिका सच्ची खातून बैंक जाने के लिए तैयार हो गई और पैंसठ हजार रुपये की निकासी की गई और सारा रुपया मु०खुर्शीद ने रख लिया लेकिन आजतक कोई कमरा नहीं बनाया गया है।पूर्व में भी अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया था लेकिन कारवाई नहीं हुई है।

इस कोरोना महामारी में जब पूरा देश जूझ  रही है और अध्यक्ष और सचिव के द्वारा एमडीएम की राशि मनमाने ढंग से छात्रों के बीच बांट कर शेष राशि अध्यक्ष और सचिव गबन  कर ले रहे हैं।अभिभावकों द्वारा राशि मांगने पर उसे डांट फटकार मदरसे से भगा देने की बात करते हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त गोड्डा से मामले की जांच कर दोषी अध्यक्ष सचिव के ऊपर ठोस कारवाई करने की मांग की है।

क्या कहते हैं- अध्यक्ष खुर्शीद आलम
  मेरे ऊपर लगाया गया सभी आरोप गलत है       मध्याह्न भोजन की राशि और चावल दे दिया गया है।गबन करने की कहीं ऐसी कोई बात नहीं है ना ही मदरसा का कमरा बनबाने की कोई बात है।

    
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