ईद ए मिलाद उन्नवी के अवसर पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन गोड्डा के तत्वावधान में 23वां भाषण स्तुति गीत प्रतियोगिता का आयोजन गोड्डा कोर्ट परिसर स्थित सभागार में किया गया।
मिडिया प्रभारी प्रीतम गाडिया ने बताया की आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलीप तिवारी ने निभाई।
कार्यपालक में बतौर मुख्य अतिथि सुशील कुमार झा,अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ,विशिष्ट अतिथि योगेन्द्र प्रसाद झा महासचिव अधिवक्ता संघ,मुख्य वक्ता हाजी नजीर अहमद अधिवक्ता ने शिरकत की।
कार्यक्रम संयोजक अजीत कुमार सहाय ने उपस्थित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया।
मंच के सचिव अबुलकलाम आजाद ने फाउंडेशन के कार्यों के बारे सभी को बताया की, इस तरह का कार्यक्रम जिसमें सभी मजहब के लोगों एवं सभी सरकारी गैर सरकारी एवं मदरसों के बच्चों की सहभागिता हो पुरे देश में यहां किया जाता है।
जिसमें सभी लोगों की पूर्ण रूपेण भागीदारी होती है। इस वर्ष कोविड 19 को लेकर बहुत ज्यादा प्रसार प्रचार नही करते हुयें कार्यक्रम को सांकेतिक रूप से मनाया गया।
मंच संचालन की भूमिका रैना आजाद ने बखूबी निभाई।
तकरिर एवं नात शरीफ मे सभी प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति प्रस्तुत की, जिसमें तकरिर मे प्रथम पुरस्कार- नूर फातिमा, द्वितीय पुरस्कार -एहसान अंसारी, तृतीय स्थान-मो. तौकीर रजा, एवं नात शरीफ में प्रथम पुरस्कार मो. फैयाज रजा,द्वितीय पुरस्कार मो. हसनैन रजा, तृतीय पुरस्कार आरिफा कौशा को दिया गया।जज की भूमिका में मो.असलम (अधिवक्ता) एवं मो. जावेद +2 शिक्षक ने निभाई। मौके पर उपस्थित समाजसेवी चिंतामणि ने बताया की गीता और कुरान मे लिखी गई।
बातें एक है, वैसे ही राम रहीम भी एक है,मगर जरूरत है इनको अपने जीवन में उतारने की तभी इस तरह के कार्यक्रमो की सार्थकता समाज में उदाहरण बन कर आयेंगी।
हाफिज़ मुजीबुर्रहमान ने प्रार्थना कर विश्व शांति हेतु सभी के लिए प्रार्थना की। फाउंडेशन के अध्यक्ष मो. तुफैल खान के द्वारा कार्यक्रम मे उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
मौके पर फाउंडेशन के मो.अनिनूल गाजी,आशुतोष तिवारी, जय किशोर ठाकुर, मो.जब्बार, प्रोफेसर क्युम अंसारी,महाकवि धनेश्वर पंडित आदि की उपस्थिति में कार्यक्रम कोवीड 19 के नियमों के तहत किया गया।
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