महागामा : धीरे धीरे ठंड के मौसम में बदलाव आ रहा है। कनकनी बढ़ रही है। अहले सुबह और देर शाम से ही लोग अपने आशियानों में दुबक जाते है। आर्थिक स्थिति से धनी व्यक्ति को तो यह मौसम खूब भा रही है। लेकिन यह कनकनाती ठंड उनलोगों के जीवन यापन में करने में परेशानियों का बोझ बन जाती है, जिन्हें सिर छुपाने के लिए आशियाना और कनकनाती ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े तक नही है।
वो गरीब बेसहारा परिवार ठंड में ठिठुरते रह जाते है लेकिन गरीबों को इन मजबूरियों में साथ देने वाले उन दयावानो को सलाम करता है जो उसे ठिठुरने से बचाते है। वाकई में उसे ही असली हीरो माना जाए। ये वही भोले भाले गरीब है जो दो वक्त की रोटियों के तलाश में दर दर भटकते है। हर रोज जीवन के अगले दिन की रोटियां तलाश करती रहती है। उनकी मजबूरियों को अगर आप दिमाग के बजाय दिल से सोचियेगा तो आप भी सहम जाएंगे और आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
खैर उस गरीब का मदद कोई न कोई किसी भी रूप में कर ही देता है। इस कड़ाके की सर्द मौसम में एक ऐसे भी अधिकारी है जो गरीब असहाय मजबूर लोगो को घूम घूम कर कम्बल वितरण कर रहे है। महागामा अंचल के अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो जो एक मिशाल बनकर उभरे हैं। इस आर्थिक तंगी की हालात में गरीबो की मसीहा बनकर उसे हर सम्भव सहायता कर रहे है। गरीब मजबूर बूढ़े बुजुर्ग लोगो को कनकनाती ठंड में उसे गर्म कपड़े देकर असहज महसूस होने नही दे रहे है।
शुक्रवार की देर शाम अंचलाधिकारी देवाशीष टोप्पो ने महागामा अंचल के मुरलीटोक, संथाली टोला, नुनाजोर गांव में वैसे परिवारों के बीच कम्बल का वितरण किया जिसका कोई सहारा नही और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हों। अंचलाधिकारी देवाशीष टोप्पो समाज सेवा भाव से अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचा रहे है जो काबिले तारीफ है।
- उजागर मीडिया टीम, महागामा।

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