हनवारा: बुधवार को विभिन्न मांगों को लेकर सेविका, सहायिका,पोषण सखी के द्वारा महागामा विधायक दिपिका पाण्डे सिंह के आवास का घेराव किया गया।
सेविका, सहायिका का मांग था कि झारखण्ड सरकार द्वारा चुनाव में लिखित घोषणा पत्र जारी कर लिखा गया है कि यदि हमारी सरकार बनती है तो सेविका,सहायिका,पोषण सखी एवं पारा टीचर को वेतनमान लागु करेगें।
लेकिन सरकार द्वारा एक वर्ष पूरे होने के बाद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं किया जा रहा है। जिससे सेविका,सहायिका, पोषण सखी एवं पारा टीचर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है ।
जबकि हम सभी सेविका,सहायिका,पोषण सखी एवं पारा टीचर इस सरकार को बनाने के लिए तन , मन एवं धन देकर सरकार बनाने का कार्य किए है।लेकिन सरकार के उदासीन रवैया से हम सब काफी आहत हो गए है। क्योंकि सरकार हम सब को अनुबंध कर्मी भी नहीं मान रहे है।
हम सब को ऐसा लग रहा है कि सरकार हेमन्त सोरेन न चला कर झारखण्ड के सचिव ही सरकार चला रहे है । क्योंकि पदाधिकारी द्वारा चयनित व्यक्ति ही अनुबंध कर्मी का दर्जा दे रहे है ।
जबकि हम सब की नियुक्ति सरकार के आदेशानुसार ग्राम सभा द्वारा उच्च योग्यताधारी को ही सेविका , सहायिका , पोषण सखी एवं पारा टीचर को ही चयन किया गया है। सरकार सेविका से सारा कार्य कराती है।
जैसे , बालवाड़ी चलाना , गुह भ्रमण करना , ग्रोथ चार्ट बनाना , गर्भवती , छात्रों एवं किशोरी का टीकाकरण एवं पोषाहार वितरण एवं देखभाल करना , स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मलेरिया, फलेरिया , कुष्ट , टीवी , पोलियो , कालाजार आदि सभी प्रकार का कार्य करती है एवं निर्वाचन में बीएलओ का कार्य एवं जन्म - मृत्यु का रिर्पोट , कन्यादान , सुकन्या , मातृ वंदना आदि सभी प्रकार के कार्य सेविका से सरकार कराती है।
लेकिन मानदेय एक अकुशल मजदूर से भी कम दिया जा रहा है। जिससे सेविका एक वधवा मजदूर की जिन्दगी जिने के लिए विवश हो गए हैं।
हालाँकि सभी आंगनबाड़ी कर्मियों को विधायक के द्वारा आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन को समाप्त कराया गया।जिसके बाद विधायक ने खुद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को खाना परोसा। उन्होंने कहा कि आपलोगों की सभी मांगो को मुख्यमंत्री तक पहुँचाया जायेगा।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें