हनवारा: गोड्डा जिले के सीमावर्ती छोर में स्थित हनवारा थाना की थाना भवन एवं गाड़ी की स्थिति काफी दयनीय है। मालूम हो कि कई वर्षों से हनवारा थाना सामुदायिक भवन में ही चल रहा है,और दूसरी बात यह है कि थाना गाड़ी की स्थिति पुरानी एवं जर्जर हो गई हैं,और यह लग रहा है कि दोनों कार्य को करना विभाग के लिए चुनौती साबित हो गई हैं। जिसे विभाग का विडंबना कहे या फिर विभाग की मजबूरी।
कहा जाता है जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस पर होती है और जब पुलिस का ही सुरक्षा पर सवाल खड़े हो जाए तो आम जनता की सुरक्षा का सहज अनुमान लगाया जा सकता है और जैसा हाल महागामा प्रखंड अतर्गत हनवारा पुलिस थाना की है।
कही जाय तो पहले हनवारा ओपी के रूप में था जिसके बाद हनवारा ओपी को थाना को दर्जा दिया गया है। उसी समय से ही सामुदायिक भवन में थाना का कार्य किया जा रहा है।
क्षेत्र के बुद्धिजीवियों का कहना है कि वर्षों गुजर जाने के बाद भी हनवारा थाना को अब तक अपना भवन नसीब नहीं हुआ है। ना ही विभाग की तरफ से नई गाड़ी दी गई हैं। अगर गाड़ी से पुलिस अपराधी को पकड़ना चाहे तो वह मुमकिन नहीं, बहुत ही नामुमकिन है।
बुद्धजीवियों का कहना है कि कई साल गुजर जाने के बाद भी सामुदायिक भवन में ही हनवारा थाना चल रही हैं।
लेकिन विभाग द्वारा अब तक पुलिसकर्मियों को रहने के लिए कोई स्थायी ठिकाना नहीं दिया गया है।हालांकि कुछ दिन पूर्व विभाग द्वारा नए थाना भवन के लिए जमीन चिह्नित कराया गया था।और महागामा अंचलाधिकारी के निर्देश पर नए थाना भवन निर्माण की जमीन की नापी भी कराई गई थी,जिसके बाद से किसी तरह की पहल विभाग द्वारा नहीं किया गया है।
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