गोड्डा: गोडडा जिला अंतर्गत महागमा,हनवारा , परसा ,नयानगर सहित विभिन्न प्रखंडो समेत नगर परिषद क्षेत्रो में गुटखा के थोक एवं खुदरा विक्रेताओ की कोरोना महामारी मे खुब चांदी कट रही है।
विभिन्न चौक चौराहों में पान एवं गुटखा व्यवसायियों द्वारा सरेआम कालाबाजारी की जा रही है। कोरोना वायरस के दूसरे दौर में आक्रामक रूप अख्तियार करने से चारों ओर त्राहिमाम की स्थिति बन गई है।
पान मसाला, गुटखा के थोक एवं खुदरा विक्रेताओं के लिए यह आपात स्थिति वरदान साबित हो रही है। बिक्री पर सरकारी स्तर से रोक के बावजूद भी विभिन्न पान मसाला व गुटखा की खुलेआम बिक्री की जा रही है।
वहीं कथित थोक व्यवसायी इसकी कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे है। मालूम हो कि कोरोना गाइडलाइन के तहत शाम छह बजे तक सभी दुकानों को बंद करने का लाभ उठाकर इसके थोक विक्रेता पान-मसाला, गुटखा की कालाबाजारी शुरू कर दी है।
लिहाजा पांच रुपये में मिलने वाला पान-मसाला, गुटखा जहां अब सात रुपये बेची जा रही है। राजनिवास पांच रुपये के जगह 10 मे बेच रहे है रजनीगंधा 25 के बावजूद 30 रुपया मे बेच रहे हैं।
पान व गुटखा की व्यवसायियों एवं दुकानदारों द्वारा सरेआम आम जन का जेब काट रहे हैं वही मधु गुटका 125 के जगह 210 रुपीया पाकेट ले रहा है
जिससे थोक विक्रेताओ की खुब चांदी कट रही है।
तथा गुटखा के शौकीन लोगों की जेब कट रही है। खुदरा बेचने वाले दुकानदार भी से धड़ल्ले से गुटखा लाकर दोगुनी किमत मे बेच रहे हैं।
ऐसे में बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों का कहना है कि जब सरकार द्वारा गुटखा पान मसाला पर बैन लगा दिया गया है तो यह आ रहा है कहाँ से।प्रशासन को गुटखा विक्रेताओं के विरुद्ध कड़ी रुख इख्तियार करने की जरूरत है।
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