बसंतराय : थाना क्षेत्र के कैथपुरा में 10 दिन पूर्व में घरेलू विवाद में हुए मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को मारपीट में घायल महिला मीरा देवी उम्र 45 वर्ष की मौत पड़ोसी राज्य बिहार के मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई जिनके बाद रविवार देर शाम शव को घर लाया गया। परिजनों ने शव को मुख्य सड़क पर रख कर जमकर बवाल काटा परिजनों ने उग्र होकर इस दौरान बसंतराय पुलिस के खिलाफ खूब नारे बाजी की और अभियुक्त की गिरफ्तारी एवं पुलिस कप्तान गोड्डा को घटना स्थल पर बुलाने की मांग पर अड़ी रही।
हालांकि बसंतराय थाना प्रभारी द्वारा मामले को शांत कराने का खूब प्रयास किया गया लेकिन परिजन नही माने और अबतक जाम नही हटाया जा सका है। मामले को लेकर पुलिस इंस्पेक्टर बलबीर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे उनके समझाने बुझाने के बावजूद परिजन अपनी मांग पर डटे रहें। बताते चलें कि बीते 26 मार्च को घरेलू विवाद में दो पक्षों में मारपीट हो गई थी जिनमें तकरीबन 6 लोग महिला पुरुष सहित दोनों पक्ष के घायल हो गए थे।
घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि घटना के 10 दिन बीत जाने के बावजूद स्थानीय बसंतराय पुलिस के द्वारा मामले का प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई और आरोपी खुलेआम घूमते रहे।
वही क्षेत्र के समाजसेवी अरशद वहाब ने कहा कि मैं अभी बीमार हूँ, लेकिन जिज़ तरह की घटना सामने आई है उससे साफ प्रतीत होता है कि इसमें पुलिस की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना घटी है।
बसंतराय पुलिस की ये करतूत नाकाबिले बर्दाश्त है। बसंतराय थाना अंतर्गत जो घटना हुई उसके बाद प्राथमिकी दर्ज नही लेना साथ ही पीड़ित परिवार को डांट फटकार कर भगा देना स्थानीय थाना प्रभारी की मानसिकता को दर्शाता है। कल जिस तरह से उस गरीब परिवार का घर उजड़ गया जब पीड़ित की अस्पताल में मौत हो गयी। लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि कौन दिलाएगा उसको इंसाफ, थाना प्रभारी आप दिलाओगे उनकी मृत माँ को वापस?
अगर पुलिस प्रशासन पीड़िता को इंसाफ नही दिलाएंगे तो बसंतराय की जनता आपको कभी माफ नही करेगी। मैं मजबूर और लाचार हूँ कि बीमारी की हालत में हूँ और इलाजरत हूँ नही तो मैं कैथपुरा में खुद रहता और आपकी सारी पुलिस गिरी की पोल खोलता और इंसाफ क्या होता है वो बताता।
इधर पूरी रात्रि के साथ साथ खबर लिखे जाने तक लोग कैथपुरा में धरने पर जमे हुए हैं उनलोगों का मांग है कि इस घटना के जिम्मेदार को सजा दिया जाय। वहीं समाजसेवी अरशद वहाब के ट्वीट पर झारखंड पुलिस ने संज्ञान लेते हुए गोड्डा पुलिस को जल्द से जल्द मामले की छानबीन के लिए निर्देश दिया गया है। साथ ही गोड्डा एसपी वाई एस रमेश ने गोड्डा एसडीपीओ को मामले की जांच के लिए भेज देने की बात कही है और दोषी पर कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश दिए है।
अब दिलचस्प बात यह होगी कि अगर थाना प्रभारी इस मामले में दोषी पाए जाते है तो क्या पुलिस महकमा उसके ऊपर कारवाई करती है या नहीं।


Bahut dukhad aur arshad wahab dwara achha kadam
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