गोड्डा: सनराइज हॉस्पिटल गोड्डा में कार्यरत दो युवकों ने रक्तदान कर मलेरिया रोग से ग्रस्त 2 साल के मासूम बच्चे का जान बचाया हैं।मालूम हो कि मलेरिया बीमारी से ग्रस्त बच्चा सनराइज अस्पताल में ही भर्ती था। कहा जाता है रक्तदान सबसे बड़ा महादान होता है।
अगर आप एक बार रक्तदान कर दिए तो समझिए कि आप महादान किये हैं।और यह महादान करना सबके बस की बात नहीं है।लेकिन फिर भी लोगों को चाहिए कि हम रक्तदान करें और किसी की जिंदगी बचा सकें।हम आज बात करने जा ऐसे दो होनहार युवाओं की जिन्होंने एक मासूम बच्चे को जिंदगी दी है जिन्होंने रक्तदान कर बच्चे का जान बचाया है।
वह है असलम एवं मुन्तजिर दो होनहार युवक जो सनराइज हॉस्पिटल गोड्डा में कार्यरत हैं। आपको बता दें कि एक 2 साल का मासूम बच्चा अमित कुमार जो मलेरिया बीमारी से पीड़ित था। जिसे त्वरित रक्त बी+पॉजिटिव की जरूरत पड़ गई। अब परिजन जाए तो कहाँ जाए,गोड्डा ब्लड बैंक में भी ब्लड उपलब्ध नहीं था।
इस स्थिति में जब सनराइज हॉस्पिटल के दो स्टाफ असलम और मुन्तजिर को जानकारी मिली तो फिर क्या था दोनों रक्तदान करने के लिए तैयार हो गए। और दोनों ने बिना किसी बेझिझक के रक्तदान कर दिया। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से समाज में एक मैसेज जाएगा।
अगर आप की वजह से किसी की ज़िन्दगी बचती हैं तो आपको जो संतुष्टि का एहसास होगा उसे शब्दों में बयाँ करना मुमकिन नही हैं। हम सभी को मिलकर आगे आना हैं और रक्तदान के प्रति आमजन में व्याप्त गलत धारणाओं को उखाड़ फेंकना हैं।
इस दौरान सनराइज अस्पताल के शाहनबाज आलम, फुरकान आलम,अरशद जमील,बाबर,जहांगीर,आदि ने हौंसले को बढ़ाया।
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