कहलगांव : बिहार में .पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही गांव में पार्टियों का दौर शुरू हो गया है। चोरी चुपके गांव में शराब और मुर्गों की दावतें चल रही हैं। मुखिया का चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी खुलकर दावतें दे रहे हैं। यही कारण है कि मुर्गों की कीमतों में अचानक से बढ़ोतरी हो गई है।
पिछले सप्ताह तक मुर्गा 130 से 140 रुपये प्रति किलो हटिया में बिक रहा था लेकिन अब मुर्गे के दाम बढ़कर 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। भागलपुर जिला के सनहौला प्रखंड में तृतीय चरण में पंचायत चुनाव होने हैं। 16 सितंबर से 22 सितंबर तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी और 8 अक्टूबर को चुनाव होगा चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा हैं रात भर दावतों का दौर चल रहा है। इसका कारण यह भी है कि इन गांव में मतदान के लिए अब काफी कम समय शेष बचा है।
ऐसे में प्रत्याशियों ने अलग-अलग इंतजाम किए हैं। शाकाहारी प्रत्याशियों के लिए अलग खाना बनाया जाता है तो मांसाहारी प्रत्याशियों अलग व्यवस्था किया जा रहा है झारखंड नजदीक होने के शराब भी आसानी से मिल जाता है इसलिए मुर्ग और शराब की पार्टी खूब चलता यही कारण है कि एकाएक मुर्गों की कीमतों में उछाल आ गया है। हटिया में मुर्गों की डिमांड अचानक बढ़ गई है।
गांव में ताे मुर्गे अब ढूंडे भी नहीं मिल रहे। करोना काल के समय के पिछले महीने मुर्गे की कीमतों में काफी गिरावट आ गई थी। 100 रुपये किलो भी मुर्गा नहीं बिक रहा ग्राम पंचायत चुनाव ने मुर्गा व्यापारियों के चेहरे खिला दिए हैं। मुर्गों की कीमतें 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं उन्होंने उम्मीद जताई है कि जैसे-जैसे मतदान नजदीक आएगा चुनाव प्रचार बढ़ेगा तो मुर्गों की कीमत और भी ऊपर जा सकती हैं।
- बालकृष्ण कुमार, उजागर मीडिया ब्यूरो, कहलगांव।
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