ब्यूरो रिपोर्ट:-जावेद अख्तर
हनवारा: उगते हुए सूरज को अर्घ्य देने के साथ ही गुरुवार को चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का समापन हो गया। व्रती माताओं ने सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार और बच्चों की खुशहाली और उनकी लंबी उम्र की कामना की। इससे पहले आधी रात के बाद ही व्रती माताओं के साथ उनके परिवार के लोग माथे पर छठी माई का डलिया लेकर गाजे-बाजे के साथ छठ घाटों पर पहुंच गए थे।
माताओं ने छठ मैया की वेदी पर पूजा -अर्चना की। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी कपूर, अगरबत्ती जलाकर माथा टेका। छठ माता की पूजा करने के बाद नदी,बांध और तालाब के पानी में खड़े होकर व्रती माताएं सूर्य भगवान के उदय होने का इंतजार करती रहीं। सुबह सूर्योदय के बाद सभी व्रतियों ने सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया।
इसके साथ ही 36 घंटे के निर्जला व्रत का समापन हो गया। व्रती माताओं ने घर जाकर शर्बत और चाय पीने के साथ व्रत का पारण किया। उसके बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। महागामा क्षेत्र के हनवारा गेरुआ नदी,कोयला तालाब,बर्दभड़ा तालाब, बिसनपुर तालाब,कुशमहरा तालाब सहित तमाम स्थानों पर व्रती माताओं ने इसी तरह बेटे,पति और परिवार के अन्य सदस्यों की लंबी उम्र की मंगलकामना की।
छठ घाटों पर गूंजते रहे छठ गीत
उगो हो सुरुज देव भइल अरगिया के बेर....
केरवा जे फरे ला घवद से..., कांच ही बांस की बहंगिया बहंगी लचकत जाए... आदि छठ गीत तड़के गांव एवं छठ घाटों में गूंजने लगे।
महागामा प्रखंड क्षेत्र सहित हनवारा,बर्दभड़ा, बिसनपुर,परसा,कोयला,गढ़ी,नरैनी, कुशमहरा आदि क्षेत्रों में तड़के तीन बजे ही श्रद्धालुओं की आवाजाही से सड़कें गुलजार हो गईं। श्रद्धालुओं का कोई जत्था बैंडबाजे की धुन पर गाते हुए चल रहा था तो कई बाकायदा गाड़ी पर लाउडस्पीकर और डीजे साउंड से छठ गीत बजाते चल रहे थे। घाटों पर अर्घ्य के बाद तक गीतों की गूंज सुनाई दी।
रात भर जगमगाते रहे घाट
छठ घाटों पर आधी रात में ही श्रद्धालु जुटने लगे। इसके चलते पूरी रात छठ घाट रोशनी से नहाए नजर आए। छठ पूजा के लिए आकर्षक ढंग से सजाए गए घाटों की आभा गुजरते वक्त के साथ बढ़ती गई। भोर होते-होते घाटों पर भीड़ काफी बढ़ गई। ऐसे में श्रद्धालु एक-दूसरे के मददगार बने। अर्घ्य के समय लोग एक-दूसरे की मदद कर उन्हें व्रती माताओं के पास अर्घ्य दिलाने के लिए भेजने में सहयोग करते नजर आए।
स्वयंसेवकों ने की श्रद्धालुओं की सेवा
हनवारा क्षेत्रों के गेरुआ नदी हनवारा के साथ साथ विभिन्न छठ घाटों पर सामाजिक कार्यकर्ता भी श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहे। विभिन्न घाटों पर सामाजिक संस्थाओं की ओर से स्टॉल लगाए गए थे। कुछ स्टालों से पूजा के लिए कपूर,अगरबत्ती और गाय का दूध बांटा गया तो कुछ स्टालों से चाय-पानी का वितरण किया गया।पूजा के समापन तक इन स्टालों पर स्वयंसेवी श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे रहे।
वहीं हनवारा गेरुआ नदी छठ घाटों पर हनवारा थाना पुलिस प्रशासन चुस्त दुरुस्त दिखे। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना इसको लेकर हनवारा थाना प्रभारी दीपक कुमार सिन्हा दलबल के साथ जायजा लेते रहे।
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