बैंक मैनेजर की मनमानी से ग्राहक परेशान, बैंक में बिचौलियों का वर्चस्व

हनवारा: हनवारा: महागामा प्रखंड अंतर्गत हनवारा बाजार में स्थित भारतीय स्टेट बैंक हनवारा में इन दिनों दलाल हावी होते जा रहे हैं। हावी इतना कि बैंक मैनेजर के मनमानी रवैया एवं सांठ गांठ से बैंक में आने वाले लोग ठगी के शिकार होने से बाज नहीं आ रहे हैं। 

स्थानीय कई लोगों का मानना है कि जहां गरीब किसान केसीसी के लिए पहुंचा तो दलाल उस किसान के पीछे पड़ जाता है तथा परसेंटेज पर दलाल किसान का केसीसी करवा कर किसान से अपना मोटा रकम लेकर गरीब किसान के साथ छल करने का कार्य कर रहा है।

गरीब किसान अपने नाम की गोपनीयता बनाए रखने के शर्त पर बताया कि बैंक में केसीसी करवाने पर बैंक मैनेजर व दलाल दोनों लोग अपना हिस्सा लेते हैं। ऐसे में बैंक कर्मियों की मिलीभगत से हर दिन गरीब लोग दलाली के शिकार होते रहते हैं।साथ ही खाताधारकों को बेवजह परेशान किया जाता हैं।

मालूम हो कि भारतीय स्टेट बैंक  हनवारा का शाखा ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित होने के कारण यहां हर दिन भीड़-भाड़ का माहौल रहता है, जहां ग्रामीण क्षेत्र के अनपढ़ गरीब किसानों का बैंक पर खाता होने के कारण निकासी व जमा करने के लिए जाते हैं।

और उस बैंक पर बैठे दलालों का शिकार हो जाते हैं।यहां तक कि दलाल उनका निकासी फार्म भर कर भी उनसे रुपये ले लेने का कार्य करते हैं। बताया जाता है कि बैंक कर्मी उन दलालो को पूरा संरक्षण देते हैं, क्योंकि दलालों की दलाली से बैंक कर्मी भी मालामाल होते हैं।

किसान बताते है कि इस बैंक पर केसीसी के नाम पर रोज बैंक कर्मियों के सांठगांठ से किसान दलालों के चंगुल में फसते रहते हैं।सूत्र बताते हैं कि इक्के-दुक्के बैंक में तो दलाल कुर्सी पर बैठकर भी काम करते हैं। जबकि कुछ बैंकों के इर्द-गिर्द मंडराते रहते हैं।

 स्थानीय बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों का कहना है कि दलालों को प्राथमिकता देने के कारण सही लोगों को ऋण नहीं मिलता है। गलत लोगों को ऋण मिल रहा है। कुछ शाखा प्रबंधक तो शाम के समय अपनी शाखा में दलालों के साथ खुलेआम बातचीत करते हैं। बैंकों में सरकार एवं जिलाधिकारी के आदेश की धज्जियां उड़ रही है। 

नियत समय के बाद शांति में भी बैंकों में दलालों का अड्डा लगा रहता है। बताया गया कि कोई भी खाताधारक एवं किसान बैंक केसीसी के लिए जाता है तो उसे बैंक मैनेजर सहित बैंक कर्मी भीड़ का हवाला देकर दौड़ाते रहते हैं तत्पश्चात भागदौड़ से थकहार कर किसान को मजबूरन दलालों के शरण में जाना पड़ता है। 

लोग हनवारा शाखा प्रबंधक के मनमानी रवैये से परेशान हो रहे हैं। सरकार किसानों के हित मे दिनरात कार्य कर रही है और उनकी आमदनी बढ़ाने के कर्म में लगी हुई है,परंतु कुछ सरकारी भ्रष्ट कर्मचारियों की वजह से सरकार के सभी प्रयास असफल होते नजर आ रहे हैं और लोग दलाली के शिकार हो रहे हैं।

 स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस पर लगाम लगाने तथा बिचौलियों से मुक्त कराने एवं दिए गए केसीसी ऋण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
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