महागामा : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बिहार एवं झारखंड के सीमावर्ती छोर स्थित खुर्द डुमरिया एवं काला डुमरिया के बीच खाली पडे मैदान मे झारखंड सरकार की ओर से करोड़ो रूपये की लागत से निर्माणाधीन पैक्स गोदाम प्रशासनिक उपेक्षाओ का शिकार हो चुकी है।इससे संबंधित पदाधिकारियो की लापारवाही के चलते निर्माणाधीन पैक्स गोदाम के निर्माण कार्यो मे संवेदक की ओर से इस कदर मनमाने तरीके से घटिया सामाग्री का इस्तेमाल किया गया है कि मानो जिले के सभी शासन और प्रशासन सहित संबंधित विभागीय पदाधिकारी को संवेदक अपने मुट्ठी मे रखा हो।स्थानीय लोगो की माने तो संवेदक की दबंगई रवैये के कारण अपना नाम नही छापने के शर्तो पर बताया गया कि पैक्स गोदाम निर्माण कार्य शुरू करने से पूर्व सर्वप्रथम संवेदक काला डुमरिया गांव के एक असमाजिक व्यक्ति से सांठ-गांठ करके विधायक निधि से उस मैदान परिसर मे बना सार्वजनिक गौर-मंडली को चारो तरफ ईंट का दीवार देकर उसे पूरी तरह से बंद कर उसपर अपना कब्जा कर लिया।
पैक्स गोदाम निर्माण कार्यो मे इस्तेमाल होने वाला सामाग्री सीमेंट,छड़ सहित अन्य समानो को रखने के साथ-साथ उसमे संवेदक का मुन्सी रहना शुरू कर दिया।स्थानीय लोगो द्वारा इसका विरोध करने पर संवेदक एवं संवेदक का मुन्सी बडे-बडे राजनीतिक दल के नेताओ से पहुंच एवं पकड होने का बात कहकर ग्रामीणो को धमकियां देकर भयभीत कर दिया।संवेदक के मुन्सी की धमकियां के वजह से कानूनी दांवपेंच मे फंसने के चलते स्थानीय ग्रामीण ने निर्माण कार्यो का विरोध करने से परहेज कर लिया।यही वजह है।कि करोड़ो रूपये की लागत से निर्माणाधीन पैक्स गोदाम निर्माण कार्यो मे काफी निम्न स्तर का घटिया सामाग्री का इस्तेमाल करते हुए भारी पैमाने पर गडबड़झाला किया जा रहा है।
स्थानीय लोगो की माने तो कोई भी विभागीय सरकारी काम शुरू करने से पूर्व उस कार्यस्थल पर बोर्ड लगाया जाता है।ताकि आम जनमानस को यह पता चल सके कि कितने रूपये की लागत से निर्माण कार्य पूरा किया जाना है।इसके बावजूद भी इतने बडे पैमाने पर निर्माणाधीन पैक्स गोदाम निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व अबतक पैक्स गोदाम निर्माण कार्य से संबंधित किसी प्रकार का बोर्ड नही लगाया गया।जबकि पैक्स गोदाम निर्माण कार्य अंतिम मुकाम तक पहुंचने के करीब है।इसके बावजूद भी कार्यस्थल पर किसी प्रकार का बोर्ड नही लगाया गया है।
यहीं बजह है कि संवेदक किसी प्रकार का भय किए बगैर निर्भीक होकर करोड़ो रूपये की लागत से निर्माणाधीन पैक्स गोदाम निर्माण कार्यो मे प्राकलन सामाग्री को नजर-अंदाज करते हुए काफी निम्न स्तर के घटिया सामाग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है।यदि इस निर्माण कार्यो का एक विशेष जांच टीम गठित कर निष्पक्ष जांच कराया जाए तो निर्माणाधीन पैक्स गोदाम मे भारी पैमाने पर लूट-खसोट का मामला उभर कर सामने आएगा।वही इस क्षेत्र के बुद्धिजीवियो ने स्थानीय सांसद निशिकांत दूबे एवं उपायुक्त जीशान कमर से मामले को संज्ञान मे लेते हुए निर्माणाधीन पैक्स गोदाम का यथाशीघ्र जांच कराने का मांग किया है।
- रंजीत कुमार, उजागर मीडिया टीम।
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