गोड्डा: महागामा प्रखंड क्षेत्र के किसानों के लिए इस बार खेती-बारी करना और भी मुश्किल होता जा रहा है। क्षेत्र के अधिकांश दुकानदार खुलेआम यूरिया,डीएपी तथा अन्य खादों को औने-पौने दाम पर बेच रहे हैं। सरकार के निर्धारित मूल्य से अधिक वसूली कर दुकानदार किसानों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल रहे हैं। जिससे खेती की लागत बढ़ गई है और किसानों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है।
स्थानीय किसान कमलेश्वरी,अभय कुमार,शफीक,मकसूद,अर्जुन सिंह, महादेव ने दुकानदार का नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि महागामा प्रखंड क्षेत्र के हनवारा थाना क्षेत्र एवं महागामा थाना क्षेत्र में दुकानदारों ने किसानों को औने पौने दाम पर खाद् बेच रहे हैं।
जबकि यूरिया का सरकारी मूल्य प्रति बोरी लगभग 266 रुपये तथा डीएपी का लगभग 1350 रुपये तय है, लेकिन दुकानदार इन खाद् को 150 से 300 रुपये तक अधिक कीमत पर बेच रहे हैं। मजबूरी में किसान अधिक पैसा देकर खाद खरीदने को विवश हैं। किसानों का आरोप है कि दुकानदार स्टॉक होने के बावजूद कमी का बहाना बनाकर अतिरिक्त कीमत वसूल रहे हैं। वहीं कुछ जगहों पर यूरिया व डीएपी ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है।किसानों का कहना है कि खेती का मौसम अपने चरम पर है और धान खेती के लिए खाद की सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
ऐसे समय में दुकानदारों द्वारा की जा रही कालाबाजारी से उनकी कठिनाइयां बढ़ गई हैं। गरीब किसान अधिक कीमत चुका पाने में सक्षम नहीं हैं, जिससे उनकी फसल प्रभावित हो रही है।ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में किसान खाद से वंचित रह जाएंगे और उत्पादन पर भी बुरा असर पड़ेगा। किसानों ने प्रखंड कृषि विभाग से भी अपील की है कि वे दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई करें और निर्धारित मूल्य पर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
महागामा प्रखंड क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। सरकार और प्रशासन के लिए यह चुनौती है कि वे किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। वहीं प्रखंड स्तर के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर खाद दुकानों की जांच कराई जाएगी और दोषी दुकानदारों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
-जावेद रजा,ब्यूरो रिपोर्ट,उजागर मीडिया
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