झारखंड सरकार ने तीन कफ सिरप पर लगाया तत्काल प्रतिबंध, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने दिए सख्त निर्देश

 


रांची: झारखंड सरकार ने जनता के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राज्यभर में Coldref, Repifresh और Relife नामक तीन कफ सिरप की बिक्री, वितरण और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय उस समय लिया गया जब मध्यप्रदेश और राजस्थान में इन दवाओं के सेवन से 14 बच्चों की मौत की दर्दनाक घटना सामने आई। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने त्वरित एक्शन में इन दवाओं पर रोक लगाने का आदेश जारी किया और संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


राज्य सरकार ने इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है, जिसके तहत सभी जिलों के औषधि नियंत्रक अधिकारियों और ड्रग इंस्पेक्टरों को सख्त निगरानी रखने का आदेश दिया गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि राज्य के सभी मेडिकल स्टोर्स, फार्मास्यूटिकल कंपनियों और थोक दवा विक्रेताओं से इन प्रतिबंधित कफ सिरप के नमूने एकत्र किए जाएं। नमूनों को प्रयोगशालाओं में भेजकर परीक्षण कराया जाएगा ताकि घटिया या हानिकारक तत्वों की पहचान की जा सके।


स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैंने विभाग को साफ निर्देश दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और किसी को भी बख्शा न जाए। डॉक्टर को स्वास्थ्य मंत्री की कुर्सी इसलिए नहीं दी गई है कि वह समझौता करे, बल्कि जनता के जीवन की रक्षा के लिए दी गई है।”


उन्होंने कहा कि यह कदम जनता के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है ताकि झारखंड में किसी भी हानिकारक दवा का प्रसार न हो सके। मंत्री ने यह भी कहा कि सभी डॉक्टर और फार्मासिस्ट मरीजों को दवाओं के परामर्श में अत्यधिक सावधानी बरतें और दवा अधिनियमों के नियमों का कड़ाई से पालन करें।


राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना के बाद अलर्ट मोड में काम करना शुरू कर दिया है। जिला स्तर से लेकर राज्य मुख्यालय तक निगरानी तंत्र को मजबूत किया गया है। औषधि नियंत्रण प्रकोष्ठों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी फार्मेसी या मेडिकल स्टोर में प्रतिबंधित कफ सिरप पाए जाने पर तत्काल जब्ती और नष्टिकरण की कार्रवाई की जाए।


स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य न केवल घटिया दवाओं को बाजार से हटाना है, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना भी है। राज्य में औषधि गुणवत्ता की जांच को और अधिक सख्त बनाया जा रहा है।


अंत में मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट है — जनता का स्वास्थ्य सर्वोपरि है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरा स्वास्थ्य विभाग 24 घंटे जनता की सुरक्षा के लिए तत्पर और चौकस है।


इस आदेश के बाद झारखंड के सभी मेडिकल स्टोर्स और स्वास्थ्य संस्थानों में हलचल मच गई है। विभागीय टीमें सक्रिय हो गई हैं और राज्यभर में दवा जांच अभियान चलाया जा रहा है। सरकार ने जनता से भी अपील की है कि यदि कहीं प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री होती दिखाई दे, तो इसकी तुरंत सूचना स्थानीय प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को दें।

-जावेद रजा,ब्यूरो रिपोर्ट

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