दिल्ली : असम और बिहार के लोगों को हर साल बाढ़ और तूफान जैसी भयंकर आपदा से जूझना पड़ता है. इस साल भी बिहार के कोशी इलाका और असम में 25 लाख के आस-पास लोग बेघर हो चुके हैं और 70 लाख लोगों का जीवन बाढ़ के चलते बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रदेश के 33 जिलों में से 24 बाढ़ की चपेट में हैं और अब तक 87 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
हालात बहुत ख़राब है. कई लोगो के घर भस गए है और भारी संख्या मे लोग अपने छतों पर रह कर मुश्क़िल से जिंदगी गुजार रहे है. खाने पीने की मुश्किलों से गुजर रहे है. इस कोरोना काल में तो बाढ़ में फसें लोगो की हालात बेहद ख़राब है. भूखे प्यासे जिंदगी गुजारने को मजबूर है. भूख प्यास से कई लोग मर गए है। शाहीन एजुकेशनल एंड रिसर्च फाउंडेशन से जुड़े असम में कई मुस्लिम नौजवान बढ़चढ़ कर बाढ़ पीड़ित की मदद कर रहे है।
गोआलपाड़ा ( असम ) मे काम चल रहा है। आर्थिक दृष्टिकोण से जितना मदद होना चाहिए वो नहीं हो पा रहा है। इसलिए सभी देशवासीयों से गुजारिश है की बाढ़ पीड़ित की मदद करें ताकि वह भी ईद उल अजहा मना सकें. आप डोनेट कर सकते है।

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