● 60 मास्टर ट्रेनर करेंगे 1538 विद्यालयों का मूल्यांकन
गोड्डा: राज्य में प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के स्तर को मापने के उद्देश्य से मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि मूल्यांकन का कार्य पहले चरण में 28 अगस्त से 2 सितंबर तक चलेगा। मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण कार्यक्रम के पहले चरण में जिले के 302 विद्यालयों के कक्षा 2 और कक्षा 3 के बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा साथ ही विद्यालय का भी मूल्यांकन किया जाएगा। विद्यालय में अध्यनरत कक्षा 2 और 3 के बच्चों का आकलन मास्टर ट्रेनर के द्वारा किया जाएगा। दिसंबर तक सभी 1538 विद्यालय का मूल्यांकन पूरा कर लिया जाएगा। इससे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले के 30 विद्यालयों का मूल्यांकन केआरपी/सीएसओ द्वारा किया जा चुका है। मूल्यांकन हेतु मास्टर ट्रेनरों को जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, गोड्डा में 2 दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण देने वालों में केआरपी मुरारी प्रसाद शर्मा, निलेश कुमार, सनातन कुमार दास, संपर्क फाउंडेशन से संतोष तिवारी, उगम से ब्यूटी मंडल थे।
संकेतकों के आधार पर विद्यालय का होगा मूल्यांकन: रीतेश
केआरपी रीतेश रंजन ने बताया कि कार्यक्रम के दो प्रमुख घटक मेरा विद्यालय निपुण और मैं भी निपुण है। प्रत्येक विद्यालयों को 13 संकेतकों के आधार पर जांचा जाएगा जिसमें 10 संकेतक विद्यालय स्तरीय और तीन संकेतक विद्यार्थियों के अधिगम स्तर से संबंधित होंगे। जिन संकेतकों पर मूल्यांकन किया जाएगा, उनमें शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षकों की जागरूकता, कक्षा संचालन, बाल साहित्य का उपयोग और सामुदायिक भागीदारी जैसे बिंदु शामिल है। उन्होंने बताया कि 60% नंबर विद्यालय के आधार पर और 40% नंबर बच्चों के लर्निंग लेवल के आधार पर मिलेगा। यह भी बताया कि 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्कूलों को निपुण विद्यालय का दर्जा मिलेगा और उन्हें स्वर्ण, रजत या कांस्य श्रेणी में प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। वही मैं भी निपुण श्रेणी के तहत कक्षा 2 और 3 के बच्चों की हिंदी, अंग्रेजी और गणितीय कौशल में मूल्यांकन किया जाएगा। प्रत्येक विषय में न्यूनतम 75% अंक लाने वाले बच्चों को मैं भी निपुण का प्रमाण पत्र मिलेगा।
-जावेद रजा,ब्यूरो रिपोर्ट,उजागर मीडिया
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